Flood in Vrindavan: वृंदावन में बाढ़ का कहर, संत प्रेमानंद जी महाराज ने लिया बाढ का जायजा, 50% वृंदावन डूबा

वृंदावन में बाढ़ का कहर, संत प्रेमानंद जी महाराज ने लिया बाढ का जायजा, 50% वृंदावन डूबा

Pema

Flood wreaks havoc in Vrindavan, Saint Premanand Ji Maharaj took stock of the flood

Flood in Vrindavan: उत्तर प्रदेश में गंगा, यमुना समेत कई नदियों का बढ़ता जलस्तर लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद मथुरा के वृंदावन में स्थिति गंभीर हो गई है। वृंदावन का आधा इलाका बाढ़ की चपेट में है।

राधा वल्लभ मंदिर में पानी भर गया है। परिक्रमा मार्ग पूरी तरह डूब चुका है। बांके बिहारी मंदिर से यमुना की दूरी 600 मीटर से घटकर 100 मीटर रह गई है। संत प्रेमानंद महाराज ने शिष्यों के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।संत प्रेमानंद महाराज ने अपने शिष्यों के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। इस दौरान वह एकदम शांत रहे और यमुना को निहारते रहे।

कन्नौज में सोमवार दोपहर भारी बारिश के दौरान 700 साल पुराने मकबरे की दीवार गिर गई। इस हादसे में तीन मकान क्षतिग्रस्त हो गए और पांच बाइकें मलबे में दब गईं। प्रयागराज के छोटा बघाड़ा इलाके में 1000 से अधिक घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है।

मौसम विभाग ने 22 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में 2.6 मिमी बारिश हुई। मानसून सीजन में अब तक 647.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो औसत अनुमान के बराबर है।

बलिया में गंगा, सरयू और टोंस नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इन नदियों के उफान से 61 गांवों के लगभग 70 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। कई इलाकों में सड़कों पर नावें चल रही हैं। गंगा नदी चक्की नौरंगा में सबसे अधिक नुकसान पहुंचा रही है। निहोरा नगर, कृष्णा नगर, बेदुआ, मुहम्मदपुर, महावीर घाट और गायत्री कॉलोनी जैसे निचले इलाकों में लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं।